लोग कहते हैं,
मुझे हर चीज़ में डंडा करने की बुरी आदत है।
मैं सोंचता हूँ,
डंडे से तो कुछ बदला नहीं,
अबकी बाँस उठाकर कोशिश करूँ।
मुझे हर चीज़ में डंडा करने की बुरी आदत है।
मैं सोंचता हूँ,
डंडे से तो कुछ बदला नहीं,
अबकी बाँस उठाकर कोशिश करूँ।
*चित्र: गूगल साभार
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